बाढ़ की चपेट में पूर्वोतर भारत, अब तक 22 लोगों की मौत
१ जून २०२५भारत के पूर्वोतर राज्य इस वक्त बाढ़ और भारी बारिश के कारण तबाही जैसे हालात का सामना कर रहे हैं. इन राज्यों में बाढ़ और भूस्खलन की अलग-अलग घटनाओं में अब तक करीब 22 लोगों की मौत हो चुकी है. असम, त्रिपुरा, मणिपुर, मिजोरम, मेघालय, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश सभी सात राज्यों में बाढ़ और गंभीर बारिश ने समस्याएं पैदा की हैं. कई राज्यों में भारी बारिश के कारण भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ ने स्थिति को और चुनौतीपूर्ण बना दिया है.
असम की राजधानी गुवाहाटी में भूस्खलन में फंसकर एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत हो गई. भारी बारिश और भूस्खलन के कारण अरुणाचल प्रदेश में 9, मिजोरम, त्रिपुरा और मेघालय में 8 लोगों की मौत हो गई. मृतकों की संख्या और बढ़ने की आशंका भी है.
असम सबसे ज्यादा प्रभावित
अकेले असम में बीते 24 घंटों में 8 लोगों की मौत हो चुकी है. राज्य के 12 जिलों के करीब 175 गांव और करीब 58,091 लोग इस वक्त बाढ़ से प्रभावित हैं. वहीं, करीब 7,000 लोग बाढ़ से बचने के लिए राहत शिविरों में रह रहे हैं. असम के आपदा प्रबंधन विभाग ने यह भी बताया है कि करीब 800 हेक्टेयर खेती की जमीन बाढ़ में पूरी तरह डूब चुकी है. एनडीआरफ, एसडीआरएफ और आपातकालीन सेवाएं बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचावकार्य में लगे हुए हैं.
बाढ़ की स्थिति के और गंभीर होने की संभावना को देखते हुए राज्यों के वन्यजीव अभयारण्यों में भी तैयारियां जारी हैं ताकि समय रहते जानवरों को बचाया जा सके. भारी बारिश के कारण ब्रह्मपुत्र, तीस्ता जैसी नदियों का पानी भी लगातार खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. प्रशासन ने असम में बिजली का कनेक्शन भी कुछ देर के लिए बंद कर दिया.
त्रिपुरा में करीब 1300 परिवारों को राहत शिविरों में भेज दिया गया है. लगातार हो रही बारिश के कारण यहां भी कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. मौसम विभाग ने अगल कुछ दिनों तक यहां भारी बारिश होने की चेतावनी भी जारी की है. राज्य के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने जानकारी दी है कि सरकार लगातार प्रभावित लोगों की मदद करने में जुटी हुई है. मणिपुर के प्रभावित इलाकों में भी सेना लगातार बचावकार्य में लगी हुई है.
गृहमंत्री अमित शाह ने एक्स पर जानकारी दी कि उन्होंने असम, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री और मणिपुर के राज्यपाल से बात कर हालात का जायजा लिया है और केंद्र सरकार की तरफ से पूरी मदद का आश्वासन भी दिया है.
स्कूल-कॉलेज किए गए बंद
ज्यादातर राज्यों में मौसम के हाल को देखते हुए स्कूल और कॉलेजों को बंद करने का फैसला किया गया है. साथ ही कई राज्यों में जल जमाव के कारण रोजमर्रा की जिंदगी और यातायात पर भी असर पड़ा है. भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ के कारण अधिकतर राज्यों में कई घरों को नुकसान पहुंचा है.
पूर्वोतर के ज्यादातर इलाकों के लिए आने वाले कुछ दिनों तक मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. पूर्वोतर भारत के राज्य, पर्यावरण और जलवायु के लिहाज से भारत के संवेदनशील इलाकों में आते हैं. हर साल यहां भारी बारिश और बाढ़ के कारण जान-माल का नुकसान लगभग तय माना जाता है.