कभी विमान में नहीं चढ़ा, कूड़े से बना दिया विमान
नाइजीरिया के बोलाजी फताई ने अपनी जिंदगी में कभी विमान में सफर नहीं किया है. लेकिन यह कारण उन्हें एक रिमोट कंट्रोल मॉडल एयरक्राफ्ट बनाने से रोक नहीं पाया. देखिए, कैसा है फताई का यह कचरे से बना विमान.
बोलाजी फताई का आसमान में ड्रीम प्लेन
नाइजीरिया के बोलाजी फताई जब सात साल के थे तब वे आसमान में विमान को उड़ता देख बहुत खुश हुआ करते थे. बचपन से ही उन्होंने कचरे के ढेर से चीजें इकट्ठा कर कुछ प्रोजेक्ट्स पर काम करना शुरू किया.
कूड़े के ढेर से बना डाला विमान
उन्होंने अपने सपने को पूरा करने के लिए बहुत मेहनत की. कूड़े के ढेर से उन्होंने ऐसे सामान जुटाए जिससे एक रिमोट कंट्रोल मॉडल विमान तैयार हुआ.
खिलौना नहीं, 'असली' विमान
नाइजीरिया के लागोस के एक गरीब इलाके के रहने वाले फताई ने अपने इस विमान को बनाने के लिए कचरे से छोटी-छोटी चीजों को निकालना शुरू किया और 21 साल की उम्र तक नहीं रुके.
दोस्तों की मदद
फताई जानते थे कि कचरे से विमान के पुर्जे बनाने के लिए इस्तेमाल की जा सकने वाली सामग्री को इकट्ठा करने से सफलता नहीं मिलेगी. वह समझ गए थे कि हवाई जहाज बनाने से पहले एक मॉडल बनाना होगा तो वह मॉडल कौन बनाएगा? फताई के दो दोस्तों क्रिस चिनडू और दामिलारे अजावी ने वह जिम्मेदारी संभाली उनके बनाए मॉडल को पाकर फताई ने काम पूरा करने में देर नहीं लगाई.
रिमोट से चलने वाला विमान
इस विमान को बनाने के लिए फताई ने कुछ चीजें कबाड़ से निकाली जबकि प्रोपेलर और रिमोट कंट्रोल को उन्होंने बाजार से खरीदा. उन्होंने विमान के पंख और पिछले हिस्से को स्टायरोफोम से बनाया और उसे टेप से जोड़ दिया.
सपनों की ऊंची उड़ान
सात साल की उम्र में सपने देखने वाले बोलाजी फताई अब 21 साल के हो चुके हैं. करीब 14 साल बाद उनका सपना साकार हुआ है. जब उन्होंने अपना खुद का विमान आसमान में उड़ाया तो इलाके के लोगों ने भी हैरत से उसे देखा.
फताई: भविष्य के एरोनॉटिकल इंजीनियर
बोलाजी फताई ने हवाई जहाज बनाने के अलावा एयरोनॉटिकल इंजीनियर बनने का भी सपना देखा है, उस सपने को पूरा करने का अवसर अब करीब है. विमान बनाकर सबको चकित कर रहे इस युवा को एक टेक कंपनी ने इंटर्नशिप की पेशकश की है.
देश के लिए कुछ करने की चाह
फताई कहते हैं, "जैसा कि हमारा देश एक विकासशील देश है, इसलिए मैं उन लोगों का हिस्सा बनने की उम्मीद करता हूं जो इस ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल करके देश को विकसित करेंगे."