जर्मनी में डाक सेवाओं के खिलाफ रिकॉर्ड शिकायतें
२६ जुलाई २०२५जर्मनी में डाक सेवाओं की गिरती गुणवत्ता को लेकर नागरिकों का गुस्सा लगातार बढ़ता जा रहा है. जर्मन फेडरल नेटवर्क एजेंसी को 2025 की पहली छमाही में लगभग 23,000 शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जो पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 13 फीसदी ज्यादा हैं. 2024 में भी यह संख्या रिकॉर्ड स्तर पर थी. इस साल की शिकायतों में भी लगभग 90 फीसदी डॉयचे पोस्ट और उसकी पार्सल सेवा शाखा डीएचएल से जुड़ी हुई हैं, जो देश में डाक सेवाओं का मार्केट लीडर है.
2022 तक जर्मन नागरिकों को डाक सेवाओं को लेकर विशेष शिकायत नहीं थी. लेकिन उसके बाद से नौकरियों में कटौती, कीमतों में वृद्धि और सेवा में देरी के चलते शिकायतें लगातार बढ़ती चली गईं. अब स्थिति यह है कि गलत पते पर डिलीवरी, पार्सल के क्षतिग्रस्त होने या पूरी तरह से गायब हो जाने जैसे मामलों ने लोगों के धैर्य की परीक्षा लेनी शुरू कर दी है.
क्या हैं शिकायतें
हागेन शहर के निवासी पैट्रिक ग्रोने ने टीवी चैनल एआरडी को बताया, "यहां महीनों तक सब कुछ टपक-टपक कर आता रहा. कभी कुछ आ जाता, फिर कुछ नहीं. फिर कुछ और आता, फिर से कुछ नहीं. ये सब बहुत ही खराब रहा.”
उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने पौधों पर कीटों के हमले से निपटने के लिए लाइव लेडीबग लार्वा मंगवाए थे. लेकिन जब चार हफ्ते बाद पार्सल पहुंचा, तब तक वे सभी लार्वा मर चुके थे. उन्होंने एक बार फिर से ऑर्डर किया, लेकिन इस बार भी लार्वा मृत ही थे.
एक और चर्चित मामला एक 82 वर्षीय महिला का है, जो जर्मनी के नॉर्थ सी द्वीप पर छुट्टियां मना रही थी और घर पर भूल आया मोबाइल फोन उन्हें डिलीवर करवाना था. उन्होंने ‘अल्ट्रा-फास्ट डिलीवरी' का विकल्प चुना था, लेकिन यह मोबाइल एक दिन की जगह पूरे एक हफ्ते बाद उनके पास पहुंचा.
काम का दबाव और मुनाफे की मार
जर्मनी के सेवा क्षेत्र की यूनियन वेर्डी और संचार कर्मचारियों की यूनियन डीपीवीकेओएम ने इस स्थिति के लिए ढांचे में लगातार हो रहे बदलावों और कर्मचारी छंटनी को जिम्मेदार ठहराया है. उनका कहना है कि सेवाओं में गिरावट का सीधा संबंध काम के बोझ, कर्मचारियों की कमी और निजीकरण आधारित रणनीति से है.
इन समस्याओं का अंत फिलहाल नजर नहीं आता. मार्च 2025 में डॉयचे पोस्ट ने घोषणा की थी कि वह साल के अंत तक 8,000 और नौकरियां समाप्त करेगी, ताकि एक अरब यूरो की बचत की जा सके. वर्ष 2024 में कंपनी का टर्नओवर 84.2 अरब यूरो था, लेकिन मुनाफा घटकर 5.9 अरब रह गया.
ऐसी रिपोर्टें हैं कि डीएचएल के डिलीवरी वर्कर अब समय के इतने ज्यादा दबाव में काम कर रहे हैं कि वे अक्सर पूरे अपार्टमेंट ब्लॉक के पार्सल ग्राउंड फ्लोर या पहली मंजिल के किसी एक पड़ोसी के पास छोड़ जाते हैं.
कंपनी हालांकि इन शिकायतों को बहुत ज्यादा नहीं मानती. डॉयचे पोस्ट ने एआरडी को बताया कि शिकायतों की संख्या उस विशाल मात्रा की तुलना में बहुत कम है जो कंपनी हर दिन डिलीवर करती है. 2024 में कंपनी ने 12 अरब से अधिक पत्र और 1.8 अरब पार्सल डिलीवर किए.
कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा, "187,000 कर्मचारियों वाली कंपनी में, जो प्रतिदिन लगभग पांच करोड़ आइटम प्रोसेस करती है, गलतियों को पूरी तरह से रोका नहीं जा सकता.” उन्होंने यह भी कहा कि कंपनी गुणवत्ता सुधार पर लगातार काम कर रही है.
लेकिन फेडरल नेटवर्क एजेंसी को भेजी गई शिकायतों से इतर, डॉयचे पोस्ट ने खुद 2024 में लगभग 4.2 लाख शिकायतें दर्ज की थीं, जो इस बात का संकेत है कि समस्या कितनी व्यापक है.
2025 की नई चुनौतियां
डॉयचे पोस्ट ने 2025 की इन नई समस्याओं के लिए जलवायु परिवर्तन के कारण आने वाली हीटवेव और यूनियन द्वारा की गई हड़तालों को जिम्मेदार ठहराया है. कंपनी का कहना है कि भीषण गर्मी के कारण कर्मचारियों की शिफ्ट सीमित करनी पड़ीं, जिससे डिलीवरी में देरी हुई.
उन्होंने यह भी कहा कि कई उपभोक्ता अब भी नए डाक नियमों से अनजान हैं. इन नियमों के अनुसार, अब कंपनी को पत्र डिलीवर करने के लिए तीन कार्यदिवस तक का समय मिल सकता है. एक जनवरी 2025 तक, कंपनी को 80 फीसदी पत्र अगले कार्यदिवस तक पहुंचाना अनिवार्य था.
इस बदलाव के कारण, उपभोक्ताओं की पुरानी अपेक्षाएं और नई वास्तविकताएं आपस में टकरा रही हैं. लेकिन अगर यही रुझान जारी रहा, तो डॉयचे पोस्ट और डीएचएल के लिए 2025 में एक नया रिकॉर्ड बन सकता है, सबसे अधिक शिकायतों वाला साल, जो 2024 के 44,406 शिकायतों के रिकॉर्ड को भी पार कर जाएगा.