औद्योगिक स्तर पर होने वाला मवेशीपालन ग्रीनहाउस गैसों का बड़ा उत्सर्जक है. प्रयोगशाला में बनाए गए मांस और डेयरी उत्पाद अपेक्षाकृत काफी कम उत्सर्जन का दावा करते हैं. लेकिन क्या उपभोक्ता इन वैकल्पिक उत्पादों को अपनाएंगे? और क्या ये उत्पाद कभी इतने बड़े स्तर पर बनाए जा सकेंगे कि लोग बाजार में इन्हें खरीद सकें?