चीन के फरमान को अमेरिका ने कहा, बकवास
७ मई २०१८चीन के विदेश मंत्रालय ने सभी विदेशी एयरलाइंन कंपनियों से कहा है कि वे ताइवान, हांगकांग और मकाऊ जैसे स्वशासित इलाकों को चीन का हिस्सा मानें. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा, "चीन में काम करने वाले विदेशी उपक्रमों को चीन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करना चाहिए. उन्हें चीन के कानून का पालन करना चाहिए और चीनी लोगों की राष्ट्रीय भावनाओं का ख्याल रखना चाहिए."
चीनी विदेश मंत्रालय के बयान से पहले व्हाइट हाउस ने बताया था कि चीन के नागरिक उड्डयन प्रशासन ने कुल 36 विदेश एयरलाइन कंपनियों से मांग की है कि वे विवादित इलाकों को देश कहना बंद करें. इनमें चार एयरलाइंस अमेरिका की हैं.
व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी हकाबी सैंडर्स ने चीन की मांग को बकवास करार दिया है. उन्होंने चीन पर आरोप लगाया कि वह अपनी सेंसरशिप अमेरिका और बाकी दुनिया में निर्यात करने की कोशिश कर रहा है.
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग लगातार ताइवान, हांगकांग और मकाऊ पर अपना प्रभुत्व जमाने की कोशिश कर रहे हैं. 1949 के चीनी गृहयुद्ध के बाद से ताइवान चीन से अलग है और लगभग एक अलग देश की तरह रह रहा है. उसकी अपनी सरकार, सेना और विदेश नीति है. लेकिन चीन उसकी संप्रभुता को मानने से इनकार करता है, बल्कि वह उसे अपना एक अलग हुआ हिस्सा मानता है जिसे एक दिन चीन में ही मिल जाना है. ताइवान में त्साई इंग-वेन के राष्ट्रपति बनने के बाद चीन और ताइवान के रिश्ते खराब हुए हैं. वह चीन के इस रुख का विरोध करती हैं कि ताइवान पर चीन का अधिकार है.
अमेरिका 1979 से दोनों के बीच अपने संबंधों को संतुलित रखने की कोशिश करता आ रहा है. अमेरिका ने चीन की संप्रभुता को स्वीकार किया है. लेकिन साथ ही वह अनाधिकारिक तौर पर ताइवान का सहयोगी और हथियारों का मुख्य आपूर्तिकर्ता है.
वहीं हांगकांग 1997 तक ब्रिटेन का उपनिवेश रहा जबकि 1999 तक मकाऊ में पुर्तगाल का शासन था. ये दोनों ही इलाके अब चीन के विशेष प्रशासनिक क्षेत्र कहे जाते हैं. हांगकांग में चीन की कम्युनिस्ट पार्टी को अकसर लोकतंत्र समर्थक समूहों से टकराना पड़ता है और वह उन्हें दबाने की कोशिश भी करती है.
इस बीच, मैरिएट होटल चेन और फैशन ब्रांड जारा समेत कई विदेशी कंपनियों ने अपनी वेबसाइट और प्रचार सामग्री में ताइवान, हांगकांग, और यहां तक कि तिब्बत को भी एक अलग देश कहने के लिए आधिकारिक तौर पर माफी मांगी है. इससे पहले ऑस्ट्रेलिया की कंटास एयरलाइन ने ताइवान और हांगकांग को अलग देश की बजाय चीन के क्षेत्रों के रूप में वर्गीकृत किया.
एके/एनआर (एपी, डीपीए, एएफपी)