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विज्ञानपोलैंड

अंतरिक्ष में जाने को तैयार हैं शुभांशु शुक्ला और उनके साथी

६ फ़रवरी २०२५

शादी का हार, पोलैंड के मशहूर पिरोगी (डम्पलिंग्स) और हंगरी के पहले अंतरिक्ष यात्री की फोटो, ये सभी वो चीजें हैं जो अंतरिक्ष यात्री अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) की यात्रा के दौरान अपने साथ ले जाएंगे.

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वॉरसाॉ में अंतरिक्ष यात्री
वॉरसाॉ में मीडिया से मुलाकात के दौरान अंतरिक्ष यात्रीतस्वीर: Czarek Sokolowski/AP Photo/picture alliance

इस यात्रा के लिए चार सदस्यों वाली मिशन टीम में अमेरिका, भारत, हंगरी और पोलैंड के अंतरिक्ष यात्री शामिल हैं. यह अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी (नासा) और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) का साझा मिशन होगा. इस मिशन का नाम "एक्सिओम मिशन 4" है और इसमें शामिल अंतरिक्ष यात्री स्पेस एक्स के क्रू ड्रैगन अंतरिक्ष यान पर यात्रा करेंगे.

5 फरवरी को एक संवाददाता सम्मेलन में, तीन अंतरिक्ष यात्रियों ने कहा कि वे अपनी यात्रा के लिए कठिन प्रशिक्षण ले रहे हैं. इसके साथ ही उन चिकित्सा और तकनीकी प्रयोगों की तैयारी कर रहे हैं, जो वे लगभग दो हफ्तों की अंतरिक्ष यात्रा के दौरान करेंगे.

अंतरिक्ष मिशन के पायलट, तिबोर कपु ने कहा, "हमें यह याद रखना चाहिए कि अंतरिक्ष यात्रा एक जोखिमभरा और गंभीर मामला है, लेकिन यह मजेदार भी है, और अंतरिक्ष यात्रा के बाद सबसे अच्छा अनुभव, उसका प्रशिक्षण ही है. इसलिए हम इसे भरपूर जी रहे हैं."

स्लावोश उजनांस्की-विष्नेवस्की ने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान सबसे कठिन चीजें "इंतजार और अनिश्चितता" थीं, साथ ही घर से दूर रहना और परिवार के साथ समय ना बिता पाना भी चुनौतीपूर्ण था.

ईएसए के प्रमुख योसेफ आशबाखर ने कहा कि अंतरिक्ष अनुसंधान "रणनीतिक" है और इसके कई कारण हैं, जिनमें सुरक्षा भी शामिल है.

अंतरिक्ष यात्रियों का व्यक्तिगत सामान

अंतरिक्ष यात्री पेगी विटसन इस मिशन की कमांडर हैं. जैव रसायन में डॉक्टरेट विटसन अपने साथ अपनी शादी का हार व मिशन क्रू और अपने परिवार की तस्वीरें लेकर जा रही हैं.

उजनांस्की-विष्नेवस्की पोलिश पारंपरिक पिरोगी (फ्रीज ड्राइड डम्पलिंग्स) साथ ले जा रहे हैं. इसके अलावा, वह नोबेल साहित्य पुरस्कार विजेता विस्लावा शिमबोर्स्का की कविताएं, फ्रीडरिष चोपिन का संगीत, अंबर का एक टुकड़ा और ऐतिहासिक विएलिज्का नमक की खान से नमक भी ले जाएंगे. वह पोलैंड के पहले अंतरिक्ष यात्री मीरोस्लाव हर्मास्जेव्स्की के 1978 में पहने गए सफेद-लाल राष्ट्रीय ध्वज का एक छोटा सा टुकड़ा भी अपने साथ ले जाएंगे.

तिबोर कपु हंगरी के अंतरिक्ष यात्री हैं. वह अपने साथ हंगरी के पहले अंतरिक्ष यात्री बर्टलान फारकस की एक तस्वीर, अपने परिवार की तस्वीरें और हंगरी का ध्वज लेकर जाएंगे. कपु ने कहा कि उनका अंतरिक्ष के प्रति आकर्षण स्टार वॉर्स सीरीज की फिल्मों से आया था.

पोलैंड में तैयारी कर रहे अंतरिक्ष यात्री
आईएसएस पर जाने को तैयार हो रहे अंतरिक्ष यात्री पोलैंड में ट्रेनिंग ले रहे हैंतस्वीर: Czarek Sokolowski/AP Photo/picture alliance

पेगी विटसन के लिए प्रेरणा "1969 में यूएस अपोलो 11 मिशन की चंद्रमा पर लैंडिंग" थी, जबकि उजनांस्की-विष्नेवस्की को इसका आकर्षण अपने जन्मदिन, 12 अप्रैल, से हुआ, जो सोवियत अंतरिक्ष यात्री यूरी गागरिन की 1961 में की गई पहली अंतरिक्ष यात्रा का दिन है.

भारत के मिशन पायलट शुभांशु शुक्ला इस मीडिया इवेंट में शामिल नहीं हो सके. यह पोलैंड के लोकप्रिय कोपरनिकस साइंस सेंटर में आयोजित हुआ था. वहां पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने भी भाग लिया.

कौन हैं शुभांशु शुक्ला

ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला, भारतीय वायु सेना के एक प्रतिष्ठित पायलट हैं जिन्हें के लिए चार अंतरिक्ष यात्रियों की टीम में शामिल किया गया है. यह देश का पहला मानव अंतरिक्ष मिशन होगा.

अंतरिक्ष अभियानों के लिए खास होने जा रहा है 2024

10 अक्टूबर 1985 को लखनऊ में जन्मे शुक्ला को अंग्रेजी और अपनी मातृभाषा हिंदी में दक्षता हासिल है. उनका सफर जून 2006 में भारतीय वायु सेना के फाइटर विंग में कमीशन से शुरू हुआ. नेतृत्वक्षमता वाले संघर्षशील व्यक्ति और अनुभवी परीक्षण पायलट के रूप में, उनके पास विभिन्न विमानों में 2,000 घंटे का उड़ान अनुभव है. इनमें सुखोई, मिग-21, मिग-29, जगुआर, हॉक डॉर्निएर और एएन-32 शामिल हैं.

एस्टेरॉइड कर सकते हैं मालामाल

2019 में, शुक्ला को इसरो ने अंतरिक्ष मिशन के लिए चुना था. तब उन्होंने रूस के मॉस्को स्थित में गागरिन कॉस्मोनॉट ट्रेनिंग सेंटर में कड़ी ट्रेनिंग शुरू की. 27 फरवरी 2024 को भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्ला को भारत के पहले मानव अंतरिक्ष मिशन गगनयान के लिए गहन प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले प्रमुख अंतरिक्ष यात्रियों में शामिल करने की घोषणा की. शुक्ला ऐतिहासिक एक्सिओम मिशन-4 में पायलट के रूप में शामिल होंगे.

अंतरिक्ष यात्रा और इसका प्रभाव

विटसन ने कहा कि अंतरिक्ष में होने का अनुभव अंतरिक्ष यात्रियों के बीच एक विशेष रिश्ता बना देता है. विटसन पहले भी अंतरिक्ष यात्रा कर चुकी हैं. उन्होंने अंतरिक्ष में अब तक कुल 675 दिन बिताए हैं, जो किसी भी अन्य अमेरिकी से ज्यादा हैं. उन्होंने आईएसएस की कमान भी संभाली है. उन्होंने कहा, "मैं मानती हूं कि अंतरिक्ष एक ऐसा स्थान है जहां आपको पृथ्वी को एक अलग दृष्टिकोण से देखने का मौका मिलता है. आप इसे अंतरिक्ष की विशालता में देखते हैं और इस दृश्य को समझते हैं कि हमारा ग्रह एक प्रकार से अंतरिक्षयान की तरह है और हमें इसका ख्याल रखना चाहिए. यह हमारे लिए बहुत कीमती है."

यात्रियों ने कहा कि अंतरिक्ष मिशन सिर्फ एक तकनीकी यात्रा नहीं है, बल्कि यह अंतरिक्ष यात्रियों के लिए एक अनमोल अनुभव है जो उनके व्यक्तिगत सामान के जरिए उनकी संस्कृतियों, इतिहास और प्रेरणाओं को एक साथ लाता है.

वीके/एनआर (एपी)

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