10 विदेशी, जिन्हें इस बार पद्म सम्मान मिला
भारत सरकार ने 2025 में 139 लोगों को देश के शीर्ष नागरिक सम्मानों- पद्म पुरस्कारों के लिए चुना है. इनमें 10 विदेशी नागरिक या एनआरआई भी हैं. इस वर्ष किसी को भी भारत रत्न के लिए नामित नहीं किया गया है.
ओसामु सुजुकी (जापान)- पद्म विभूषण (मरणोपरांत)
ओसामु सुजुकी, सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन के पूर्व चेयरमैन रहे हैं. मारुति उद्योग के साथ साझेदारी कर भारत की ऑटोमोटिव इंडस्ट्री को बढ़ाने में बड़ा योगदान देने के लिए उन्हें याद किया जाता है. सरकार की ओर से सुजुकी को देश का दूसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान दिया गया है.
विनोद धाम (अमेरिका)- पद्म भूषण
विनोद धाम भारतीय-अमेरिकी हैं जिन्हें विज्ञान और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में योगदान के लिए पद्म भूषण दिया गया है. उन्हें पेंटियम चिप का जनक भी कहा जाता है.
सेतुरमन पंचनाथन (अमेरिका)- पद्म श्री
सेतुरमन पंचनाथन अमेरिका के नैशनल साइंस फाउंडेशन के निदेशक हैं. भारतीय मूल के कंप्यूटर साइंटिस्ट और शिक्षाविद पंचनाथन का जन्म चेन्नई में हुआ था.
नितिन नोहरिया (अमेरिका)- पद्म श्री
भारतीय-अमेरिकी शिक्षाविद और मैनेजमेंट एक्सपर्ट नितिन नोहरिया, हार्वर्ड बिजनेस स्कूल के डीन रह चुके हैं. उनका जन्म राजस्थान में हुआ था और वह भारत में भी पढ़े हैं.
अजय भट्ट (अमेरिका)- पद्म श्री
लंबे समय तक इंटेल के साथ काम करने वाले भारतीय-अमेरिकी एक्सपर्ट अजय भट्ट को यूएसबी तकनीक खोजने और विकसित करने का श्रेय जाता है. वह भारत से निकले टेक सेक्टर के सबसे प्रसिद्ध नामों में से हैं.
जोनास मासेत्ती (ब्राजील)- पद्म श्री
इंजीनियर से हिंदू धर्म गुरु बने जोनास मासेत्ती को सरकार ने पद्म श्री से सम्मानित किया है. उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हुई मुलाकात की तस्वीर खुद पीएम ने ट्वीट की थी.
शैखा अली अल-जाबर अल-सबाह (कुवैत)- पद्म श्री
शैखा अली अल-जाबर, कुवैत के पहले योग केंद्र की संस्थापक हैं. उन्हें खाड़ी देश में योग को बढ़ावा देने के लिए पद्म श्री से नवाजा गया है. जब पीएम मोदी कुवैत के दौरे पर थे तब शैखा अली ने उनसे मिली थीं, जिसकी तस्वीर प्रधानमंत्री दफ्तर के आधिकारिक हैंडल से ट्वीट की गई थी.
स्टीफन नैप (अमेरिका), अरविंद शर्मा (कनाडा) और चेतन चिटनिस (फ्रांस)
इसके अलावा सरकार ने वैदिक संस्कृति पर शोध करने वाले अमेरिका के स्टीफन नैप, कनाडाई-भारतीय शिक्षाविद और प्रोफेसर अरविंद शर्मा को साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में पद्म श्री दिया है. उनके अलावा मलेरिया पर शोध कर रहे फ्रांसीसी-भारतीय वैज्ञानिक चेतन चिटनिस को पद्म श्री से नवाजा गया है.
इस साल किसी को भारत रत्न सम्मान नहीं
भारत रत्न देश का सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है. इसके बाद पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री आते हैं. सरकार ने 2025 में भारत रत्न के लिए किसी के नाम की घोषणा नहीं की. यह सम्मान कार्यक्रम अमूमन मार्च या अप्रैल के महीने में आयोजित किया जाता है.