सीरिया में सरकार विरोधी प्रदर्शनों में 70 मौतें
२३ अप्रैल २०११राष्ट्रपति बशर अल असद को हटाने की मांग के साथ कई सप्ताह से सीरिया में प्रदर्शन चल रहे हैं. मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का कहना है कि लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनों में शुक्रवार का दिन 'सबसे खूनी' साबित हुआ. सीरियाई मानवाधिकार संगठन सावासियाह के मुताबिक देश भर में कम से कम 70 लोग मारे गए. वहीं इंसान मानवाधिकार संगठन के निदेशक ने भी कुछ ऐसे ही आंकड़े दिए. उन्होंने बताया, "अब तक कम से कम 70 लोग मारे गए हैं. होम्स और इसके गांवों में कम से कम 80 लोग घायल हुए हैं."
इन आंकड़ों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो पाई है. शुक्रवार को पूरे देश में प्रदर्शन बुलाए गए थे. राष्ट्रपति असद ने हालांकि प्रदर्शनकारियों की मांग के हिसाब से 48 साल से जारी आपात काल खत्म कर दिया था. इसके बावजूद शुक्रवार को देश में प्रदर्शन हुए. प्रदर्शनकारियों की मांग है कि राजनैतिक कैदियों को रिहा किया जाए और सुरक्षा सेवा खत्म कर दी जाए.
अमेरिकी अपील
अमेरिका ने सीरिया से अपील की है कि वह प्रदर्शकारियों के खिलाफ हिंसा बंद करे. वहीं ब्रिटेन के विदेश मंत्री विलियम हेग ने कहा है, "आपात काल सच में खत्म किया जाना चाहिए, शब्दों में नहीं."
शुक्रवार को मारे गए लोगों की संख्या के साथ 18 मार्च से डेरा में हुए विरोध प्रदर्शनों के बाद से अब तक मरने वालों की संख्या 300 के करीब पहुंच गई है. कार्यकर्ताओं के मुताबिक इज्रा के गांव में मरने वालों की संख्या सबसे ज्यादा है. यहां से प्रदर्शनकारी डेरा में जाने की कोशिश कर रहे थे. वसीम तारीफ ने बताया, "इज्रा पूरी तरह से अंधेरे में है. मोबाइल और लैंडलाइन फोन काम नहीं कर रहे. इज्रा के आसपास के गांवों से लोग बात कर रहे हैं लेकिन इज्रा में सब बंद है."
वहीं सीरिया के टीवी ने कहा है कि गांव के लोगों के हमले में आठ लोग मारे गए हैं और 28 घायल हुए हैं. इनमें सैनिक भी शामिल हैं. साथ ही टीवी ने यह भी जानकारी दी कि दमिश्क के मुआदहमिया में लोगों ने सैन्य ठिकाने पर हमला किया.
लोकतंत्र की मांग
ट्यूनिशिया और मिस्र की तरह ही सीरिया में भी लोग कम आजादी, कम मौके और सेना के अत्याचार और संभ्रांत वर्ग में फैले भ्रष्टाचार के अंत की मांग कर रहे हैं. सीरिया की एक तिहाई जनता गरीबी रेखा से नीचे रहती है. शुक्रवार को प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि सत्ता से बाथ पार्टी का एक छत्र राज्य खत्म हो और लोकतंत्र स्थापित किया जाए.
बानियास शहर से लेकर पूर्वी शहरों देइर अल जोर और कमिशी में दो करोड़ लोग सड़कों पर उतरे. दमिश्क में सुरक्षाकर्मियों ने मिदान में जमा दो हजार प्रदर्शनकारियों को तितर बितर करने के लिए गोलियां चलाईं. एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि हमा में सेना ने लोगों को बाथ पार्टी के मुख्यालय तक पहुंचने से रोकने के लिए गोलियां चलाईं. यही वह जगह है, जहां 1982 में असद के पिता ने इस्लामिक क्रांति को दबा दिया था. मौके पर मौजूद एक अन्य व्यक्ति ने बताया, "हमने इमारतों पर बंदूकधारियों को देखा. हमारे पास कोई हथियार नहीं है. शायद दो लोग मारे गए हैं."
सीरिया के होम्स में सुरक्षा कर्मियों ने इस सप्ताह 21 प्रदर्शनकारियों को मार डाला है. पश्चिमी और अरब देशों ने सीरिया में जारी हिंसा की दबे शब्दों में आलोचना की है. सीरिया मध्यपूर्व के कई देशों में जारी विवादों में एक अहम रणनीतिक साझेदार है.
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम
संपादनः वी कुमार