सीरिया में इमरजेंसी कानून खत्म होगा
१७ अप्रैल २०११नए मंत्रिमंडल की बैठक में असद ने कहा, "इमरजेंसी कानून पर न्यायिक आयोग ने नए कानून के लिए कई प्रस्ताव तैयार किए हैं. ये प्रस्ताव सरकार को सौंपे जाएंगे जो ज्यादा से ज्यादा एक हफ्ते के भीतर नए कानून को जारी करेगी." सीरिया में 1963 से लागू इमरजेंसी कानून के तहत सार्वजनिक तौर पर सभा करने और आंदोलन चलाने पर पाबंदी है, किसी भी व्यक्ति से पूछताछ की जा सकती है, निजी संचार माध्यमों पर नजर रखी जाती है और मीडिया पर सेंसरशिप लागू है.
सुधारों का वादा
असद ने अपने भाषण में कहा, "हम उन लोगों के लिए बहुत दुखी हैं जिनकी प्रदर्शनों में जान गई है या जो घायल हुए हैं. हम इन सब लोगों शहीद मानते हैं. सीरिया के लोग सम्मान के काबिल हैं. वे सरकार से प्यार करते हैं और अव्यवस्था को खारिज करते हैं." राष्ट्रीय स्तर पर संवाद की अपील करते हुए सीरियाई राष्ट्रपति ने कहा, "नागरिकों को सुरक्षा और सेवाएं चाहिए, लेकिन गरिमा भी. हम हर किसी के साथ बात करना चाहते हैं. सभी संघों और राष्ट्रीय संगठनों के साथ."
असद ने भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और कृषि क्षेत्र में संकट से जुड़ी प्रदर्शनकारियों की शिकायतों पर ध्यान देते हुए कहा, "भ्रष्टाचार नैतिकता और देश की विकास की संभावना के लिए खतरा है. जब लोगों को अपने लिए सीमित अवसर दिखाई देते हैं तो उन्हे हताशा होती है जो निराशा को जन्म देती है." उन्होंने राजनीतिक पार्टियों, मीडिया और स्थानीय निकाय के चुनाव से जुड़े नए कानूनों की जरूरत पर जोर दिया.
सीरिया पर हलचल
ब्रिटेन के विदेश मंत्री विलियम हेग ने इमरजेंसी कानून को हटाने की असद की घोषणा का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि सीरिया में तुरंत सुधार बहुत जरूरी हैं. हेग के मुताबिक, "हम सीरिया की सरकार से अपील करते हैं कि वह राष्ट्रपति असद के प्रस्ताव के मुताबिक अगले हफ्ते इमरजेंसी कानून को हटा दे. यह बात भी सुनिश्चित की जाए कि जो लोग प्रदर्शनों के दौरान आम लोगों की हत्या के लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें कानून के दायरे में लाया जाए."
वहीं जर्मन विदेश मंत्री गीडो वेस्टरवेले ने कहा कि सिर्फ घोषणा पर टिप्पणी करना सही नहीं होगा. जब इस कानून को हटा लिया जाएगा, तो जर्मनी सीरिया के बारे में अपना रुख बताएगा. वेस्टरवेले ने कहा कि इमरजेंसी कानून को हटाना पहला कदम है. उन्होंने कहा कि सीरिया को राजनीतिक और व्यक्तिगत आजादी के लिए कदम उठाने होंगे. उन्होंने सीरिया में महीने भर से जारी प्रदर्शनों को अपना समर्थन दिया.
इस बीच फ्रांस ने कहा कि वह सीरिया में जारी हिंसा पर बहुत चिंतित है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः ओ सिंह