सीरिया पर पश्चिमी देशों ने बढ़ाया दबाव
२७ अप्रैल २०११फ्रांस की सरकार ने कहा है कि यूरोपीय संघ के पांच देश अपने देशों में सीरिया के राजदूतों को बुलावा भेज रहे हैं और सीरिया में हो रहे अत्याचार पर अपना विरोध जताना चाहते हैं. फ्रांस के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता बेर्नार वालेरो ने बुधवार को कहा कि विदेश मंत्री आलें जुप के अधिकारियों ने फ्रांस में सीरिया के राजदूत लामिया शकूर से मुलाकात की. यह मुलाकात फ्रांस, ब्रिटेन, जर्मनी, स्पेन और इटली की तरफ से संयुक्त रूप में आयोजित किया गया.
योजना की तैयारी
अमेरिका सहित 10 यूरोपीय देशों और जापान, मेक्सिको, दक्षिण कोरिया, सेनेगाल और जाम्बिया ने खास बैठक के लिए अर्जी दी है. जर्मन सरकार ने भी कहा है कि वह सीरिया के खिलाफ यूरोपीय संघ के प्रतिबंधों को पूरी तरह मंजूरी देती है. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद को अमेरिका की राजदूत आईलीन डॉनाह्यू ने कहा, "अंतरराष्ट्रीय समुदाय सीरिया में शांतिपूर्वक तरीके से विरोध दर्ज करने वाले लोगों की हत्या पर हैरान है. इस खास बैठक से हम उम्मीद करते हैं कि मानवाधिकार परिषद के सदस्य सीरिया में सरकार से आह्वान करेंगे, कि वह अपनी जनता को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी संभाले और इन हमलों को रोके."
यूरोपीय संघ की विदेश सचिव कैथरीन ऐशटन के प्रवक्ता माइकल मान ने कहा कि सीरिया को लेकर सारे विकल्पों के बारे में सोचा जा रहा है, "हम जितनी जल्दी हो सके, कदम उठाएंगे, लेकिन हां, इन सुझावों को कार्यान्वित करने के लिए हमें सारे 27 सदस्य देशों से सहमति लेनी होगी."
हालात को लेकर हैरानी
मंगवलवार को ब्रिटेन ने कहा कि वह वॉशिंगटन और यूरोपीय संघ के साथ काम कर रहा है और सीरिया की सरकार पर हिंसा रोकने के लिए कड़े कदम उठाएगा. शुक्रवार को ब्रसेल्स में यूरोपीय संघ के प्रतिनिधियों की मुलाकात होनी है जहां वे सीरिया पर प्रतिबंध लगाने पर विचार करेंगे. इस बीच अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की एक खास बैठक बुलाई है जिसमें सीरिया में मानवाधिकार हनन पर बातचीत की जाएगी.
सीरिया के पड़ोसी देश तुर्की के प्रधानमंत्री रेसेप तैयब एर्दवान ने भी सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद से टेलिफोन पर बात की और हालात को लेकर अपनी 'चिंताएं' जताईं. बुधवार को उन्होंने कहा, "हम सीरिया में एक..निरंकुश सरकार नहीं चाहते. हम चाहते हैं, कि सीरिया में लोकतंत्र की प्रक्रिया को जल्द शुरू किया जाए."
मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून सहित पश्चिमी देशों ने सीरिया में प्रदर्शनों पर हिंसक कार्रवाई के प्रति अपनी हैरानी जताई हालांकि सुरक्षा परिषद अब भी इस सिलसिले में कार्रवाई पर एकमत नहीं हो पाई है. बान ने कहा कि वे सीरिया में हालात को करीब से देख रहे हैं. बुधवार को इस सिलसिले में सुरक्षा परिषद के सदस्य दोबारा मिल रहे हैं.
रिपोर्टःएजेंसियां/एमजी
संपादनः उभ