श्रीलंका की आसान जीत में पैसा वसूल खेल
२० फ़रवरी २०११श्रीलंका वर्ल्ड कप की दावेदार टीम है. उसका सामना कनाडा जैसी टीम से हो तो दिलचस्पी लायक मसाला कम ही बचता है. मैच के नतीजे का अंदाजा हर कोई लगा सकता था. यह भी तय था कि श्रीलंका की जीत छोटी नहीं होगी. फिर भी पूरे खेल में एक चीज ऐसी हुई जिसने दर्शकों को क्रिकेट का असली मजा दिया.
मैच बहुत ही अपेक्षित अंदाज में शुरू हुआ. श्रीलंका ने टॉस जीतकर बैटिंग चुनी और धड़ाधड़ रन बनाए. 50 ओवरों में सात विकेट खोकर टीम ने 332 रन बना डाले. हालांकि सात विकेट खोने पर श्रीलंकाई खिलाड़ी ज्यादा खुश नहीं होंगे. लेकिन इन 332 रनों में से संगकारा और जयवर्द्धने की पारी में जो दनादन हुई, वही दर्शकों के पैसे वसूल कराने के लिए काफी थी.
कप्तान संगकारा कम भाग्यशाली रहे और सिर्फ 92 रन बनाकर अपने शतक से चूक गए. लेकिन जयवर्द्धने ने 100 रन पूरे किए. उन्होंने सिर्फ 81 गेंदों में अपने देश के लिए वर्ल्ड कप की सबसे तेज सेंचुरी जड़ी. नौ चौकों और एक छक्के से सजी उनकी पारी का दर्शकों ने पूरा मजा लिया.
संगकारा की पारी में स्कोर तीन अंकों में भले ही न जा सका लेकिन गेंदबाजों की धुनाई में उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी. 87 गेंदों की अपनी पारी में उन्होंने सात चौके और एक छक्का लगाया.
जब श्रीलंका की गेंदबाजी की बारी आई तो कनाडा के सामने 333 रन का पहाड़ सा टारगेट खड़ा था. बल्लेबाजों ने संघर्ष किया. अपनी पारी को वे 37वें ओवर तक ले जाने में भी कामयाब रहे. रिजवान चीमा ने 35 गेंदों पर 37 रनों की आकर्षक पारी भी खेली जिसमें दो छक्के और चार चौके लगे. लेकिन इसके अलावा कनाडा की पारी का जिक्र बस इतना ही किया जा सकता है कि पूरी टीम 122 रन पर आउट हो गई और श्रीलंका ने यह मैच 210 रन के विशाल अंतर से जीत लिया.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः महेश झा