राजनीति का खेल नहीं खेलेंगे सौरव
१८ फ़रवरी २००९कभी अपने तेवरों से सामने वाली टीम के छक्के छुड़ा देने वाले सौरव गांगुली के लिए राजनीति का खेल ठीक नहीं है. उनका कहना है कि वह इसके लिए उपयुक्त नहीं हैं.
बंगाल और असम के बीच रणजी मैच के दौरान उन्होंने कोलकाता में इस बात को लगभग ख़ारिज कर दिया कि फ़िलहाल उनकी राजनीति में किसी तरह की कोई दिलचस्पी है. समाजवादी पार्टी ने उन्हें उत्तर प्रदेश आकर राजनीति करने और वहां से चुनाव लड़ने तक का न्योता दिया था. गांगुली का कहना है कि अगर राजनीति करनी भी होगी तो वह अपना राज्य यानी पश्चिम बंगाल छोड़ कर बाहर क्यों जाएंगे.
समाजवादी पार्टी ने इससे पहले बॉलीवुड स्टार संजय दत्त को राजनीति में दाख़िल होने पर रज़ामंद कर लिया था. दत्त लखनऊ से चुनाव भी लड़ सकते हैं. इसके बाद सौरव गांगुली के तौर वह एक और स्टार को राजनीति में लाने का प्रयास कर रहा था.
सौरव गांगुली भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान माने जाते हैं. लेकिन ग्रेग चैपल के कोच बनने के बाद से उनका करियर बुरी तरह लड़खड़ा गया था. आख़िरकार पिछले साल उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया.