मीरा कुमार बनीं पहली महिला स्पीकर
४ जून २००९अस्थायी अध्यक्ष माणिकराव गावित द्वारा मीरा कुमार के चुनाव की घोषणा किए जाने के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और विपक्ष के नेता लालकृष्ण आडवाणी उन्हें अध्यक्ष के आसन तक ले गए.
अध्यक्ष के आसन पर बैठते ही मीरा कुमार ने सभी सांसदों को धन्यवाद देते हुए इस अवसर के ऐतिहासिक महत्व को रेखांकित किया और कहा कि सदन ने अपने 57 वर्ष के सुदीर्घ जीवन में पहली बार एक महिला को अध्यक्ष चुन कर एक नया इतिहास रचा है. अपने भाषण में उन्होंने इस तथ्य की ओर भी ध्यान खींचा कि इस बार सदन में 58 महिला सदस्य हैं और पहले कभी भी इतनी बड़ी संख्या में महिलाएं लोकसभा में चुन कर नहीं आईं. मीरा कुमार ने इस बात का ज़िक्र भी किया कि इस समय भारत के राष्ट्रपति के पद पर भी एक महिला ही आसीन है.
इस समय यह अभूतपूर्व स्थिति है कि राष्ट्रपति और लोकसभा अध्यक्ष के अलावा सोनिया गांधी के रूप में सत्तारूढ़ गठबंधन यूपीए की अध्यक्ष भी एक महिला ही हैं. यही नहीं, बहुत संभव है कि लोकसभा में सबसे बड़े विपक्षी दल बीजेपी की उपनेता भी एक महिला को ही बनाया जाए. इस संबंध में सुषमा स्वराज का नाम विशेष रूप से चर्चा में है.
सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुने जाने के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, सदन के नेता प्रणब मुखर्जी, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी के अलावा विपक्ष के नेता लालकृष्ण आडवाणी ने भी मीरा कुमार को बधाई और शुभकामना दी. मीरा कुमार पूर्व उपप्रधानमंत्री जगजीवन राम की पुत्री हैं और राजीव गांधी के कहने पर भारतीय विदेश सेवा छोड़कर राजनीति में आई थीं. वह पांच बार लोकसभा के लिए चुनी जा चुकी हैं.
रिपोर्ट - कुलदीप कुमार, नई दिल्ली
संपादन - ए कुमार