बलात्कार के आरोप में पकड़ी गई महिला खिलाड़ी
१५ जून २०१२पिंकी प्रामाणिक ने 2006 में हुए एशियाई खेलों में 4x400 रिले रेस में स्वर्ण पदक जीता था. उन्हें गुरुवार देर शाम कोलकाता में गिरफ्तार किया गया. उनकी जीवन साथी ने आरोप लगाया है कि पिंकी ने न केवल उनसे शारीरिक जोर जबरदस्ती की बल्कि वह एक पुरुष हैं. प्रामाणिक ने सरकारी अस्पताल में जांच करवाने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा, "मैंने एथलीट के तौर पर कई बार जांच करवाई है, इस तरह की बकवास जांच के लिए मैं क्यों हामी भरूं."
बागुईहाटी पुलिस थाने के ड्यूटी ऑफिसर प्रबीर रॉय के हवाले से एएफपी ने लिखा है कि पुलिस प्रामाणिक से बलात्कार के बारे में पूछताछ कर रही है. उन्हें शुक्रवार को अदालत में पेश किया जाएगा. उन्हें सरकारी अस्पताल ले जाया गया लेकिन उन्होंने जांच करवाने से इनकार कर दिया.
पुलिस ने बताया कि प्रामाणिक अपनी महिला दोस्त के साथ कई महीने कोलकाता में रहीं. उनकी जीवन साथी ने यह भी दावा किया कि पिंकी ने शादी का वादा भी तोड़ा. 26 साल की प्रामाणिक ने कॉमनवेल्थ खेलों के दौरान भी रिले रेस में सिल्वर मेडल जीता और 2007 में रिटायर हो गई. एथलीट फेडरेशन ऑफ इंडिया के सचिव सीके वैल्सन कहते हैं, "हम नहीं जानते कि क्या यह पुरुष होने का मामला है या हारमोन्स में बदलाव है जो एक पिरियड के बाद हो सकता है. हमें मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार करना होगा. यह बहुत ही अजीब स्थिति है. जब तक रिपोर्ट नहीं मिलती हम कोई फैसला नहीं ले सकते. हालांकि वेल्सन ने यह भी कहा कि छह साल पहले जीते हुए मेडल उनसे शायद नहीं लिए जाएंगे. छह साल में शरीर में काफी बदलाव हो सकते हैं. उनके बारे में हमें ऐसी कोई शिकायतें नहीं मिली हैं. वह काफी एक्टिव खिलाड़ी थी. कुल मिला कर जेंडर परीक्षण करने का कोई कारण ही नहीं था. आप किसी खिलाड़ी का जेंडर टेस्ट तब तक नहीं करवा सकते जब तक उस पर दूसरे लिंग का होने का आरोप नहीं लगाया गया हो." 2009 में विश्व चैंपियनशिप के दौरान दक्षिण अफ्रीकी कास्टर सेमेन्या के मामले में भी इस तरह के आरोप लगे थे लेकिन 11 महीने बाद उन्हें इन आरोपों से बरी कर दिया गया.
2006 में एशियाई खिलाड़ी सांथि सुंदरराजन से 800 मीटर दौड़ में मिला सिल्वर मेडल ले लिया गया था क्योंकि वह जेंडर टेस्ट में फेल हो गई थीं.
एएम/एमजे (रॉयटर्स, एएफपी)