बदली जाएगी ब्रैडले मैनिंग की जेल
२० अप्रैल २०११ब्रैडले मैनिंग अब तक वर्जीनिया में क्वांटिको मरीन बेस में कैद थे. लेकिन अब उन्हें कन्सास जेल भेजा जा रहा है. पेंटागन के वकील जेह जॉनसन ने बताया कि ब्रैडले मैनिंग को वर्जीनिया से कन्सास के लीवेनवर्थ मिलिट्री बेस में भेजा जा रहा है.
तुरत फुरत में बुलाई गई एक प्रेस कान्फ्रेंस में जॉनसन ने बताया, "मैनिंग की क्वांटिको में हिरासत की अवधि और भविष्य में उनकी लंबी अवधि तक हिरासत की संभावना को देखते हुए हम इस फैसले पर पहुंचे हैं कि कन्सास उनके लिए सही जेल होगी."
अधिकारियों ने जेल तब्दीली का वक्त बताने से इनकार कर दिया लेकिन इतना कहा कि मैनिंग को जल्दी ही दूसरी जेल में भेज दिया जाएगा.
मैनिंग पर गुस्सा क्यों
मैनिंग पर विकीलीक्स को अमेरिकी सेना के खुफिया दस्तावेज देने के आरोप हैं. उनके खिलाफ मामले की जांच चल रही है. आरोपों में कहा गया है कि जब वह इराक में तैनात थे तब उन्होंने अहम राजनयिक और सैन्य दस्तावेज लीक किए.
विकीलीक्स पर छपे दस्तावेज अमेरिकी कूटनीति के लिए बड़ा धक्का साबित हुए. इन दस्तावेजों से पता चला कि अमेरिकी अधिकारी उसके सहयोगी देशों के बड़े नेताओं के बारे में क्या सोचते हैं. इन बातों से अमेरिका को खासी शर्मिंदगी झेलनी पड़ी और उसकी विदेश नीति पर भी असर पड़ा. इसलिए मैनिंग के खिलाफ मामला और कड़ा बनाए जाने की संभावना है.
कब चलेगा मुकदमा
अमेरिकी सैन्य अधिकारियों ने यह नहीं बताया कि मैनिंग के खिलाफ मुकदमा कब से शुरू होगा. जॉनसन ने कहा, "अभी तो हम मुकदमे से शायद महीनों दूर हैं."
मैनिंग के वकीलों ने शिकायत की है कि 23 साल के इस सैनिक के साथ वर्जीनिया की जेल में दुर्व्यवहार किया जा रहा है. उन्हें 23 घंटे तक छोटी सी कोठरी में अकेला रखा जाता है. उन्हें बिना कपड़ों के सोने को मजबूर किया जाता है और बार बार नींद से जगाया जाता है. पेंटागन का कहना है कि ऐसा उनकी सुरक्षा के लिए किया जाता है.
पिछले महीने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा था कि पेंटागन ने उन्हें भरोसा दिलाया है कि मैनिंग के साथ उचित व्यवहार किया जाएगा.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः ईशा भाटिया