फुटबॉल वर्ल्ड: बंट गए ग्रुप
५ दिसम्बर २००९शुक्रवार को दक्षिण अफ्रीका की राजधानी केपटाउन में ड्रॉ के एलान से पहले रंगारंग कार्यक्रम हुए लेकिन ग्रुप और मैच तय होते ही कई देशों की ख़ुशी काफ़ूर हो गई. 32 टीमों को ए से लेकर एच तक आठ ग्रुपों में बांटा गया है.
मेज़बान दक्षिण अफ्रीका ग्रुप ए में फ्रांस, उरूग्वे और मैक्सिको जैसी टीमों के बीच में फंस गया है. यही हाल ग्रुप जी का है जहां पुर्तगाल, ब्राज़ील और आइवरी कोस्ट जैसी टीमें आमने सामने हो गई हैं.
1994 में ब्राज़ील की विश्वविजेता टीम के कोच रह चुके कार्लोस एल्बर्टो परेरा ने कहा, ''विश्वकप के इतिहास में यह पहला मौक़ा है जब कोई ग्रुप ऑफ डेथ नहीं है और कोई आसान ग्रुप भी नहीं है. सभी ग्रुपों में संतुलन है.'' परेरा फ़िलहाल दक्षिण अफ़्रीका के कोच हैं.
अन्य ग्रुपों की टीमों के लिए शुरुआत ज़्यादा डरावनी नहीं है. ड्रॉ इस बार इंग्लैंड के लिए बड़ी राहत लेकर आया है. अक्सर कठिन ग्रुप में फंसने वाली इंग्लैंड की टीम इस बार ग्रुप सी में है, उसके सामने न तो अर्जेंटीना है और न ही ब्राज़ील. जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, सर्बिया और घाना ग्रुप डी में हैं.
ग्रुप इस प्रकार हैं:
ग्रुप ए: दक्षिण अफ्रीका, मैक्सिको, उरूग्वे और फ्रांस
ग्रुप बी: अर्जेंटीना, नाइजीरिया, दक्षिण कोरिया और ग्रीस
ग्रुप सी: इंग्लैंड, अमेरिका, अल्जीरिया और स्लोवेनिया
ग्रुप डी: जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, सर्बिया और घाना
ग्रुप ई: हॉलैंड, डेनमार्क, जापान और कैमरून
ग्रुप एफ: इटली, पैराग्वे, न्यूज़ीलैंड और स्लोवाकिया
ग्रुप जी: ब्राज़ील, उत्तर कोरिया, आइवरी कोस्ट और पुर्तगाल
ग्रुप एच: स्पेन, स्विटज़रलैंड, होंडूरास और चिली
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: एस गौड़