पूर्व हैवीवेट चैंपियन फ्रैजर की मौत
८ नवम्बर २०११1970 के दशक में प्रेमियों और मुहम्मद अली को चौंका कर रख देने वाले जोए फ्रैजर ने सोमवार को फिलाडेलफिया में आखिरी सांस ली. वह लीवर कैंसर से पीड़ित थे. 1964 के ओलंपिक खेलों में अमेरिका के लिए स्वर्ण पदक जीतने वाले फ्रैजर की मौत से उनके सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी मुहम्मद अली भी शोक में हैं.
अली ने एक बयान जारी कर कहा, "मैं और मेरा परिवार जोए और उनके परिवार के लिए प्रार्थना कर रहा है. जोए के काफी दोस्त थे, मैं भी उनमें से एक हूं. दुनिया ने एक बड़ा मुक्केबाज खो दिया है."
फ्रैजर 1970 से 1973 तक हैवीवेट चैंपियन रहे. लोगों का ध्यान उन्होंने आठ मार्च 1971 को खींचा. उस दिन तक मुहम्मद अली लगातार 31 मुकाबले जीत चुके थे. तभी उनके सामने 27 साल के फ्रैजर आए. अली की तरह फ्रैजर भी बिना किसी ड्रॉ के लगातार 26 मुकाबले जीतते हुए आ रहे थे.
बॉक्सिंग रिंग पर इन दोनों के सामने आते ही साफ हो गया कि आज किसी एक का या दोनों की जीत का सिलसिला टूटेगा.
माहौल मुहम्मद अली के नारों से गूंज रहा था. लेकिन फ्रैजर ने धीरे धीरे शमां बदल दिया. वह अली के मुक्कों से बचते भी रहे और करीब जाकर वार भी करते रहे. बहुत समय बाद मुहम्मद अली को कोई ऐसा मुक्केबाज मिला जो दूर जाने के बजाए उनके करीब आकर हमला कर रहा था. अली फ्रैजर के सामने अपनी लंबाई का कोई फायदा नहीं उठा सके. फुर्तीले फ्रैजर ने तीसरे राउंड तक मुहम्मद अली की हालत खस्ता कर दी. अली हांफने लगे और फ्रैजर के मुक्के उन्हें घायल करते चले गए.
इस तरह पहली बार किसी मुक्केबाज ने मुहम्मद अली की बादशाहत तोड़ी. फ्रैजर 37 बार रिंग में उतरे. 32 में जीते, चार में हारे और एक मुकाबला ड्रॉ रहा. 1976 में फ्रैजर ने संन्यास ले लिया. 1981 में वापसी की कोशिश की लेकिन एक मुकाबला हारने के बाद ही उन्होंने खेल को अलविदा कह दिया.
रिपोर्ट: रॉयटर्स, एएफपी/ओ सिंह
संपादन: ए कुमार