नजरबंदी से रिहा हुए स्ट्रॉस कान
२ जुलाई २०११अभियोजकों का कहना है कि जिस महिला होटल कर्मचारी ने कान पर बलात्कार की कोशिश करने के आरोप लगाए हैं उसने मामले की सुनवाई कर रही जूरी से झूठ बोला है. आरोप लगाने वाली महिला पर कुछ दूसरे झूठे बयान देने की भी बात कही गई है. 62 साल के स्ट्रॉस कान को अभी होटल कर्मचारी के साथ बलात्कार करने की कोशिश करने के आरोपों से मुक्त नहीं किया गया है. इतना जरूर है कि महिला के दावों पर उठे सवाल स्ट्रॉस कान के लिए फ्रांस की राजनीति में जगह बनाए रखने की गुंजाइश कायम रख सकते हैं.
कान के वकील उन पर लगे आरोपों को हटाने की मांग कर रहे हैं. सुनवाई के दौरान जज ने कहा कि अभियोजन पक्ष आरोप लगाने वाली महिला के बयानों और सबूतों की जांच करेंगे. आरोप है कि महिला कर्मचारी ने उस पर कथित हमला होने के बाद की घटनाओं के बारे में जूरी से झूठ बोला. जास्टिस माइकल ओबस ने कहा, " मैं समझता हूं कि इस मामले की परिस्थितियों में काफी बदलाव हुआ है और मैं इस बात से सहमत हूं कि उनके यहां न पहुंचने का खतरा अब काफी कम हो गया है. फैसला करने में कोई जल्दबाजी नहीं होगी. पूरी तसल्ली से मामले की जांच की जाएगी."
आरोप लगाने वाली महिला के बदलते बयान
आरोप लगाने वाली महिला ने पहले कहा था कि कान ने उस पर हमला किया और वो किसी तरह उनके कमरे से बाहर हॉल के रास्ते की ओर भागी. बाद में जब कान वहां से चले गए तो उसने लोगों को मदद के लिए बुलाया. अभियोजकों का कहना है कि अब उसका यह कहना है कि घटना के बाद उसने बगल के कमरे की सफाई की और फिर कान का कमरा साफ किया. इसके बाद उसने लोगों को इस घटना के बारे में बताया. अभियोजकों की तरफ से यह जानकारी सामने आने के बाद कान के वकीलों ने उन्हें आरोपों से मुक्त करने की मांग की.
नजरबंदी के दौरान स्ट्रॉस कान पर लगातार नजर रखी जा रही थी इसके अलावा उनके साथ सशस्त्र पहरेदार भी रखा गया था. कान ने जरूरत पड़ने पर कोर्ट में हाजिर होने पर सहमति जताई है. अगली सुनवाई 18 जुलाई को होगी और उस दिन भी कान कोर्ट में मौजूद रहेंगे. उनकी जमानत की 10 लाख अमेरिकी डॉलर की रकम और 50 लाख के बॉन्ड उन्हें लौटा दिए गए हैं हालांकि उनका पासपोर्ट अभी वापस नहीं किया गया है. इसका मतलब है कि वह फिलहाल अमेरिका से बाहर नहीं जा सकेंगे.
फ्रांस की राजनीति में हो सकती है वापसी
अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था के पूर्व प्रबंधक शुक्रवार की शाम जब नजरबंदी से रिहा हुए तब उनकी पत्नी एनी सिंक्लेयर उनके साथ थी और उनके चेहरे पर मुस्कुराहट खेल रही थी. इसी साल 14 मई को गिरफ्तारी से पहले तक कान फ्रांस के राष्ट्रपति निकोला सारकोजी के सबसे तगड़े संभावित प्रतिद्वंदी थे. फ्रांस में अगले साल चुनाव होने हैं. कान की रिहाई से उत्साह में भरी फ्रेंच सोशलिस्ट पार्टी ने उनकी राजनीति में वापसी की उम्मीद जताई है. हालांकि कुछ विश्लेषकों का मानना है कि इस घटना ने उनकी छवि को भारी नुकसान पहुंचाया है.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः ईशा भाटिया