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जिम्बाब्वे के हाथों कनाडा की करारी हार

२८ फ़रवरी २०११

जिम्बाब्वे ने कनाडा के खिलाफ वर्ल्ड कप के ग्रुप ए के मैच में बड़े अंतर से जीत दर्ज की. जिम्बाब्वे ने यह मैच 175 रनों से जीतकर अपनी हार के सिलसिले को तोड़ा.

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जिम्बाब्वे ने चखा जीत का मजातस्वीर: AP

जिम्बाब्वे ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवरों में नौ विकेट के नुकसान पर 298 रन बनाए. जवाब में कनाडा की पूरी टीम 42.1 ओवरों में 123 रनों पर ढेर हो गई और इस तरह उसे 175 रनों से पराजित होना पड़ा. विकेटकीपर बल्लेबाज तंदेदा तैबू को मैन ऑफ द मैच दिया गया.

हालांकि जिम्बाब्वे की पारी की शुरुआत बेहद खराब रही. सलामी बल्लेबाज ब्रेंडन टेलर को खुर्रम चौहान ने मैच की पहली गेंद पर ही आउट कर दिया. इसके बाद चार्ल्स कॉवेंट्री (4) भी ज्यादा देर तक टिक नहीं पाए. जिम्बाब्वे के दो विकेट सात रनों पर ही गिर चुके थे. यहां से तंदेदा तैबू और क्रेग इरविन ने मोर्चा संभाला और तीसरे विकेट के लिए 181 रनों की साझेदारी की. तैबू केवल दो रनों से अपना शतक चूक गए. तैबू ने 99 गेंदों पर 98 रनों की पारी खेली और इस दौरान नौ चौके लगाए. इरविन ने 81 गेंदों पर छह चौकों दो छक्कों की मदद से 85 रन बनाए.

निचले क्रम के बल्लेबाजों के योगदान से जिम्बाब्वे ने 50 ओवरों में नौ विकेट पर 298 रनों तक पहुंचा. कनाडा के बल्लेबाज इस बड़े स्कोर का दबाव सह न सके और पूरी टीम 42.1 ओवर में 123 रनों पर पैवेलियन लौट गई. कनाडा के लिए जुबीन सुरकारी ने सबसे ज्यादा 26 रन बनाए.

जिम्बाब्वे की तरफ से रे प्रिंस ने 16 रनों पर तीन और ग्रेम क्रेमर ने 29 रन देकर इतने ही विकेट लिए. प्रोसपर उत्सेया और लैंब ने दो-दो खिलाड़ियों को आउट किया.

रिपोर्टः एजेंसियां/शराफत खान

संपादनः आभा एम

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