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खोज के मामले में कतर से भी पीछे भारत

५ जुलाई २०११

खोज, आविष्कार और नई रचनाओं के मामले में भारत अब भी बहुत पिछड़ा हुआ है. हालत यह है कि कतर जैसा देश इस मामले में भारत से कहीं आगे है. भारत से चीन से भी बहुत पीछे है. ग्लोबल इनोवेशन इडेक्स जारी.

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तस्वीर: Květa Stejskalová

ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स की लिस्ट में खाड़ी का देश कतर 26वें स्थान पर है, चीन 29वें और भारत बहुत पीछे 62वें स्थान पर है. रिपोर्ट के मुताबिक कतर का तेजी से आर्थिक विकास में चीन और भारत से आगे निकलना हैरान करने वाला है. 2010 में जारी की गए सूचकांक में कतर 35वें स्थान पर था. एक साल के भीतर देश ने नौ स्थानों की छलांग लगाई है.

ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स बिजनेस स्कूल इनसिएड और कुछ अन्य संस्थान तैयार करते हैं. इनमें कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री भी शामिल है. सूचकांक में नई खोज, आविष्कार और नए विचार को बढ़ावा देने और इनसे संबंधित परियोजनाओं को आगे बढा़ने की किसी देश की प्रवृत्ति को आंका जाता है. विज्ञान, तकनीक, कला और अन्य क्षेत्रों में हो रहे नए काम के नतीजे भी आंके जाते हैं.

हाल के समय में कतर इस मामले में तेजी से उभरा है. संयुक्त अरब अमीरात जैसा धनी देश भी उससे आठ अंक नीचे 34वें स्थान पर है. इन दोनों के अलावा खाड़ी का कोई अन्य देश सूचकांक में जगह नहीं बना सका है. रैकिंग में पहले स्थान पर स्विट्जरलैंड, दूसरे नंबर पर स्वीडन और तीसरे पायदान पर सिंगापुर है. टॉप-10 देशों में जर्मनी, इस्राएल, अमेरिका, कनाडा, फिनलैंड और डेनमार्क हैं.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह

संपादन: एस गौड़

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