शांत हो सकता है क्रिस्टोफर कोलंबस के जन्मस्थल पर विवाद
२० मई २०२१अमेरिका की खोज करने वाले मशहूर खोजी क्रिस्टोफर कोलंबस का जन्म कहां हुआ, यह सवाल इतिहासकारों और कुछ यूरोपीय देशों के लोगों को अक्सर आपस में उलझाता रहा है. इस संबंध में कई बातें कही जाती हैं. कुछ लोग मानते हैं कि कोलंबस स्पेन में जन्मे. कुछ उनकी पैदाइश पुर्तगाल की बताते हैं तो कुछ इटली की. अब यह विवाद सुलझाने के लिए डीएनए टेस्टिंग का सहारा लिया जाएगा.
ग्रेनाडा यूनिवर्सिटी में डीएनए स्टडी के प्रमुख शोधकर्ता होजे ऐंटोनियो लोरेंटे ने एक वीडियो न्यूज कॉन्फ्रेंस के जरिए बताया, "हमें तो इसमें कोई संदेह ही नहीं है (कि कोलंबस का मूल इटली में है) लेकिन हम एक निष्पक्ष डाटा उपलब्ध करा सकते हैं जो मौजूदा सिद्धांतों की श्रृंखला को हमेशा के लिए बंद कर देगा.” ग्रेनाडा यूनिवर्सिटी ने कोलंबस के जन्मस्थान को लेकर अलग-अलग सिद्धांतों के पैरोकारों की एक बैठक बुलाई थी.
इन जन्मस्थानों में स्पेन के वैलेन्सिया, एस्पेन्योसा डे एनारेस, गैलिसिया और मयोर्का शामिल हैं. इसके अलावा पुर्तगाल अलेंतोहो और कई अन्य इलाकों का नाम लिया जाता है. जबकि इतिहासकार मानते हैं कि कोलबंस का जन्म 1451 में इटली के जेना में हुआ. लेखक और शौकिया इतिहासकार अलफोंसो सांच मानते हैं कि क्रिस्टोफर कोलंबस मध्य स्पेन के एस्पेन्योसा डे एनारेस में जन्मे थे. वह कहते हैं, "उम्मीद है कि इस शोध से हम एक ऐसे नतीजे पर पहुंचेंगे जो हम सबका साझा है यानी कोलंबस स्पेन के एक संभ्रांत थे ना कि जेनो के नाविक.”
कैसे होगी टेस्टिंग
डीएनए टेस्टिंग के लिए उन अवशेषों का इस्तेमाल किया जाएगा, जिन्हें कोलबंस, उनके बेटे फर्नान्डो और भाई डिएगो के अंतिम अशेष माना जाता है. उनकी मैचिंग यूरोप और अमेरिका की अलग-अलग निष्पक्ष प्रयोगशालाओं में जांच के जरिए की जाएगी. इस स्टडी के नतीजे अक्टूबर तक आ जाने की संभावना है. डीएनए के शुरुआती नमूने 2004-05 में जुटाए गए थे. तकनीकी चुनौतियों के कारण 16 साल तक यह काम अटका पड़ा था.
नमूनों की मात्रा बहुत कम है और बहुत कम डेटा के लिए तब उपलब्ध तकनीक से बहुत ज्यादा सामग्री बर्बाद होती. लोरेंटे कहते हैं, "हमारी टीम की सहमति एक नैतिक रुख अपनाने पर बनी थी कि तकनीक के उन्नत होने का इंतजार किया जाए, जो अब हो चुकी है.”
कौन था क्रिस्टोफर कोलंबस?
क्रिस्टोफर कोलंबस स्पेन/इटली/पुर्तगाल में जन्मे एक खोजी और नाविक थे जिन्होंने 1492 में उस जमीन की खोज की थी, जिसे अब अमेरिका कहा जाता है. हालांकि उन्होंने इसे पूर्वी एशिया समझा था और वहां के लोगों को इंडियोस (इंडियन) कहा था. कहते हैं कि कोलंबस मरते दम तक यही मानते रहे कि उन्होंने एशिया की खोज की थी.
1506 में कोलंबस की मृत्यु स्पेन के वायाडोलिड में हुई. लेकिन उनकी इच्छा थी कि उन्हें इस्पान्योला द्वीप पर दफनाया जाए, जो मौजूदा डॉमिनिक रिपब्लिक और हैती का साझा है. 1542 में उनके अवशेष वहां ले जाए गए. 1795 में उन्हें वहां से क्यूबा और फिर 1898 में क्यूबा से सेविल ले जाया गया था, जो स्पेन के एक स्वायत्त इलाके ऐंडालूशिया का सबसे बड़ा शहर है.
वीके/सीके (रॉयटर्स)