कर्तव्य पथ पर गणतंत्र का गौरव
26 जनवरी को कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड में स्वदेशी व आधुनिक हथियारों की बेहतरीन झलक देखने को मिली. जोश के साथ जवान भी नजर आए.
कर्तव्य पथ पर गणतंत्र का गौरव
गणतंत्र दिवस के मौके पर परंपरा के अनुसार सबसे पहले राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया और उसके बाद 21 तोपों की सलामी के साथ राष्ट्रगान हुआ. यह पहली बार है जब 21 तोपों की सलामी 105 मिमी की भारतीय फील्ड गन से दी गई.
न्यू इंडिया की झलक
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने गणतंत्र दिवस आयोजनों में देश का नेतृत्व किया. इस साल की परेड में मुख्य अतिथि मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सीसी थे. परेड में देश की सैन्य शक्ति, सांस्कृतिक विविधता, आत्मनिर्भरता संबंधी प्रयासों, महिला सशक्तिकरण और नए भारत की प्रगति को प्रदर्शित किया गया.
भारत की ताकत देख ले दुनिया
गणतंत्र दिवस परेड में कर्तव्य पथ पर इस साल एक अनोखा नजारा दिखा जब पहली बार इतिहास में गणतंत्र दिवस की परेड में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के ऊंट सवारों की टुकड़ी में महिलाएं नजर आईं.
परेड में मिस्र के सैनिक
पहली बार गणतंत्र दिवस परेड में मिस्र के 144 सैनिकों की एक टुकड़ी ने हिस्सा लिया. कर्तव्य पथ पर इस टुकड़ी का नेतृत्व कर्नल महमूद मोहम्मद अब्देल फतह अल खरसावी ने किया.
नारी शक्ति
दिल्ली में कर्तव्य पथ पर आई विभिन्न झांकियों में से अधिकांश का शीर्षक इस वर्ष 'नारी शक्ति' रहा. वंदे भारतम नृत्य प्रतियोगिता के माध्यम से चुने गए 479 कलाकारों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देकर गणतंत्र दिवस परेड में रंग भर दिया.
सैन्य ताकत
परेड में सेना की छह टुकड़ियों ने हिस्सा लिया. परेड में स्वदेश में विकसित अर्जुन टैंक, नाग मिसाइल प्रणाली, के-9 वज्र-होवित्जर तोप और आकाश शस्त्र प्रणाली का प्रदर्शन किया गया.
राज्यों की झांकी
परेड में 17 राज्यों और छह मंत्रालयों व विभागों की झांकियां प्रदर्शित की गईं. इन झांकियों में देश की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर, सामाजिक-आर्थिक विकास, नारी शक्ति, सैन्य शक्ति और आर्थिक प्रगति की झलक पेश की गई.