ऑस्ट्रेलिया में हो गया भारत का खेल
२ मार्च २०१२मेलबर्न में भारत की जुगाड़ तकनीक काम नहीं आई. पिछले मैच में धूल चाट चुकी टीम ने इस बार बड़ी टीम को पानी पिला दिया. मैच तो हुआ ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के बीच, लेकिन इससे भारत का खेल खत्म हो गया. राम भरोसे फाइनल में पहुंचने का सपना टूट गया. इस मैच से पहले भारत और श्रीलंका के बराबर अंक थे और अगर ऑस्ट्रेलिया यह मैच जीत जाता, तो श्रीलंका को मुकाबले से बाहर होना पड़ता.
मेलबर्न की बड़ी लेकिन बल्लेबाजों की मददगार पिच पर जब श्रीलंका ने पहले बैटिंग करते हुए 238 रन का औसत स्कोर खड़ा किया, तो भारतीय क्रिकेट प्रेमी काम धाम छोड़ कर टीवी से चिपक गए. उन्हें लग रहा था कि जो टीम पिछले मैच में 320 रन को नहीं बचा पाई, वह भला 238 का क्या करेगी. लेकिन मेजबान ने जिस तरह से शुरू के तीन विकेट खोए, उससे एंटी क्लाइमेक्स हो गया.
फिर कप्तान शेन वॉटसन और माइक हसी ने पारी को एकदम से संभाल लिया. चौथे विकेट के लिए 87 रन जोड़ कर उन्होंने ऑस्ट्रेलिया, यूं कहें कि भारत के लिए उम्मीद जगा दी. अगले पांच विकेट 74 रन के अंदर गिर गए और मेजबान टीम एक बार फिर दबाव में आने लगी. उधर, टकटकी लगाए मैच देख रही भारतीय टीम भी दांतों से नाखून चबाने लगी होगी. लेकिन क्रिकेट में ड्रामे भी तो कम नहीं होते. माइक के भाई डेविड हसी ने नौवें विकेट के लिए 39 रन जोड़ कर टीम को वापस खड़ा कर दिया.
आखिरी ओवर में ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 10 रन की जरूरत थी लेकिन कुलशेखरा ने जमे जमाए हसी को दिलशान के हाथों कैच करा दिया. मेलबर्न का मैच 50वें ओवर में पूरा हुआ और भारत का खेल खत्म. तीन दिनों से टीम इधर से उधर घूम रही थी. कभी शॉपिंग करके वक्त काट रही थी कभी ऑस्ट्रेलिया के नजारों को आंख भर देख रही थी. अब कम से कम आराम से सो तो सकेगी.
अब इस पूरे मुकाबले में देखिए कि ऑस्ट्रेलिया ने भारत को तीन बार हराया और श्रीलंका ने ऑस्ट्रेलिया को तीन बार हराया. भारत ने श्रीलंका को दो बार हराया और एक टाई खेला. लेकिन आखिर में फाइनल श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया के बीच हो रहा है.
इसके साथ ही एक चौथाई साल का भारतीय दौरा पूरा हो गया. टीम की जितनी दुर्दशा हुई है, उसे देखते हुए वह इन तीन महीनों को भूल ही जाना चाहेंगे. हासिल के तौर पर सिर्फ विराट कोहली का आत्मविश्वास है, जो श्रीलंका के साथ खेले गए पिछले मैच में सामने आया है. उन्हें इसका फायदा यह मिला कि उप कप्तान बना दिए गए. हालांकि धोनी की कप्तानी में सुरेश रैना, वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर जैसे खिलाड़ी भी उप कप्तान बन कर साइड हो चुके हैं.
इस हार के साथ अगर मगर खत्म हो गया और अब खिलाड़ी घर लौट सकते हैं. भारत में सर्दी भी कम हो गई है. पर, होली आने वाली है, तो टिकट जरूर महंगा मिलेगा.
रिपोर्टः अनवर जे अशरफ
संपादनः एन रंजन