ईरानी जेल में बंद महिला पत्रकार भूख हड़ताल पर
२५ अप्रैल २००९रूख्साना साबेरी के पिता रज़ा साबेरी ने समाचार एजेंसी रायटर्स को बताया कि उनकी बेटी ने उन्हें इस बात की जानकारी दी है कि उसने पांच दिन पहले से खाना छोड़ दिया है. रज़ा साबेरी का कहना है कि वो अपनी बेटी के लिए ख़ासे चिंतित हैं.
एक सप्ताह पहले ईरान की राजधानी तेहरान में रिवोल्युश्नरी अदालत ने रूख़्साना साबेरी को आठ साल जेल की सज़ा सुनायी थी. उन पर अमेरिका के लिए जासूसी करने का आरोप लगा है.
साबेरी इस घटनाक्रम के बाद अचानक दुनिया भर में सुर्खियों में आ गयीं थीं. अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने भी उनकी रिहाई की मांग करते हुए कहा था कि उन पर लगे आरोप उनके साथ ज़्यादती हैं. ओबामा और साबेरी के परिवार का कहना है कि वो अमेरिका की जासूस नहीं है.
लेकिन ईरानी राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद ने मामले में दख़ल देने से इंकार कर दिया है. उनका कहना है कि अदालत ने स्वतंत्र रूप से अपना काम किया है. और सबीरा को पूरी वैधानिक आज़ादी और अधिकार दिए जाएंगें.
साबेरी ने फ़ैसले के ख़िलाफ़ एक अपील भी दायर की है. ईरानी अधिकारियों का दावा है कि इस अपील पर जल्द ही साफ़गोई और निष्पक्षता से सुनवाई की जाएगी.
रूख़्साना साबेरी की अमेरिकी समाचार माध्यमों और टीवी चैनलों के लिए स्वतंत्र पत्रकार के रूप में काम करती हैं. और ईरान से उनकी भेजी रिपोर्टें अमेरिकी टीवी चैनलों में दिखायी गयीं हैं जिनसे उनसे ख़ासी चर्चा मिली है.
रिपोर्ट- एजेंसियां
संपादन- एस जोशी