अमेरिकी हमले पर क्या और कितना संभलकर बोली दुनिया
ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर अमेरिका के बी-2 बॉम्बर विमानों के हमले के बाद दुनिया भर के देशों ने क्या कहा.
तुर्की
नाटो के सदस्य तुर्की ने अपने बयान में अमेरिका या वॉशिंगटन शब्द का जिक्र तक नहीं किया. अंकारा में तुर्की विदेश मंत्रालय ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हुए हमले पर चिंता जताते हुए कहा कि, "यह क्षेत्रीय विवाद, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भड़क सकता है."
कतर
"कतर का विदेश मंत्रालय चेतावनी देता है कि क्षेत्र में अभी जो खतरनाक तनाव हम देख रहे हैं, वो इस इलाके और दुनिया को त्रासदी भरे नतीजों की तरफ ले जाएगा."
सऊदी अरब
सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा, "इस संवेदनशील हालातों में हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील करते हैं कि वे दोगुनी कोशिश कर, इस सकंट को खत्म करने वाले समाधान का नेतृत्व करे, ताकि इलाके में सुरक्षा और स्थिरता का एक नया अध्याय खुल सके."
रूस
रूस की सिक्योरिटी काउंसिल के उपाध्यक्ष दिमित्री मेद्वेदेव के मुताबिक, अमेरिका का यह हमला ईरान में अयातोल्लाह अली खामेनेई की सत्ता को और मजबूत करेगा. मेद्वदेव ने कहा, "जो लोग ईरान के धार्मिक नेतृत्व से सहानुभूति नहीं रखते थे, अब वे भी दूसरे लोगों की तरह उसके साथ जुड़ रहे हैं."
भारत
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक्स पर लिखा, "ईरान के राष्ट्रपति डॉक्टर पेजेश्कियान से बात की. हमने मौजूदा हालात पर विस्तार से बात की. तनाव बढ़ने पर गहरी चिंता जताई." मोदी ने शांति और स्थिरता के लिए तनाव घटाने, संवाद और कूटनीतिक प्रयासों पर भी जोर दिया.
जर्मनी
जर्मन चांसलर फ्रीडरिष मैर्त्स ने अमेरिकी हमलों के बाद रविवार को सुरक्षा मामलों की कैबिनेट मीटिंग बुलाई. इस बैठक के बाद जारी किए गए बयान के मुताबिक, "चांसलर मैर्त्स ने ईरान से तुरंत अमेरिका और इस्राएल के साथ वार्ता शुरू करने की अपील की है ताकि इस विवाद का कूटनीतिक हल निकाला जा सके."
यूरोपीय संघ
एस्टोनिया की पूर्व प्रधानमंत्री और फिलहाल यूरोपीय संघ की विदेश नीति प्रभारी काया कलास ने एक्स पर लिखा, "हम सभी पक्षों से पीछे हटने, बातचीत की मेज पर लौटने और तनाव घटाने की अपील करते हैं."
संयुक्त राष्ट्र
यूएन महासचिव अंटोनियो गुटेरेष नेअमेरिकी हमलों को तनाव बढ़ाने वाला एक खतरनाक कदम बताते हुए कहा, "जोखिम भरी इस घड़ी में, ये बहुत ही जरूरी है कि अफरा तफरी को फैलने से रोका जाए. सैन्य हल कोई चीज नहीं होती. आगे का अकेला रास्ता कूटनीतिक ही है."
ब्रिटेन
ब्रिटिश पीएम कीर स्टारमर ने अमेरिकी हमलों को जायज ठहराते हुए कहा, "ईरान को कभी परमाणु बम बनाने नहीं दिया जा सकता और अमेरिकी कार्रवाई ने इस खतरे को खत्म कर दिया है." स्टारमर ने ईरान से बातचीत की मेज पर लौटने और इस संकट को खत्म करने के लिए कूटनीतिक समाधान तक पहुंचने की अपील भी की .
जापान
जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा ने पत्रकारों से कहा, "इस विवाद को जल्द से जल्द ठंडा करना बहुत जरूरी हो चुका है. हम गहरी चिंता के साथ हालात पर नजर बनाए हुए हैं."